भास्कर न्यूज & नागौर
जिले में करीब 34 हजार बच्चों ने कभी स्कूल नहीं देखा और करीब 22 हजार बच्चों ने बीच में ही पढ़ाई छोड़ दी। यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है चाइल्ड ट्रेकिंग सर्वे में। शिक्षा विभाग एवं सर्व शिक्षा अभियान की ओर से कराए गए इस सर्वे में जिले के करीब 57 हजार 150 बच्चों को अभी भी स्कूल से दूर पाया गया है। सर्वे के दौरान छह से 14 आयुवर्ग के बच्चों को शामिल किया गया था। इसमें बड़ी संख्या में बच्चे स्कूल से दूर पाए गए। ज्यादा चौंकाने वाले तथ्य यह हैं कि इस सर्वे में लड़कियों की संख्या ज्यादा है। जानकारी अनुसार पिछले दिनों राज्य सरकार द्वारा इस सर्वे के बाद इन सभी बच्चों को पुन स्कूलों से जोडऩे के निर्देश दिए गए हैं। शिक्षा विभाग की ओर से नए शिक्षण सत्र में इन बच्चों को स्कूलों से जोडऩे का प्रयास किया जाएगा।
नागौर में सर्वाधिक, डेगाना में सबसे कम
सर्वे के तहत जिलेभर के 11 ब्लॉक क्षेत्रों में सर्वाधिक नागौर ब्लॉक के अधीनस्थ बच्चों को स्कूल से दूर पाया गया है। नागौर ब्लॉक क्षेत्र में जहां 5334 बच्चों ने कभी स्कूल नहीं देखा तो 4042 बच्चे बीच में ही पढ़ाई छोड़ गए। नागौर ब्लॉक क्षेत्र में 9376 बच्चों को स्कूलों से दूर पाया गया है तो डेगाना में सबसे कम 3547 बच्चों को स्कूलों से दूर पाया गया है। इसी प्रकार ब्लॉक रियां क्षेत्र में 3724, मेड़ता में 3903, परबतसर में 4899, जायल में 5957, लाडनूं में 3708, डीडवाना में 4731 बच्चों को स्कूलों से दूर पाया गया है। इसी प्रकार ब्लॉक क्षेत्र कुचामन में 4370, मूण्डवा में 6959 व मकराना में 5976 बच्चों को स्कूलों से दूर पाया गया है।